*तुम दूर बहोत हो हमसे ये हम जानते है......*
*तुमसे करीब भी कोई नहीं बस ये ना भूल जाना......!!*❣❣❣
*ये इश्क़ भी एक लत है, बहुत तड़पाता है....*
*दिल भी नही लगता, जब दिल कही लग जाता है...!!!*💘💘💘💘☹☹
*माना कि अनमोल हैं, हसरत-ए-नायाब हैं आप...*
*हम भी वो लोग हैं जो, हर दहलीज़ पर नहीं मिलते...!!!*💖
*"गीली लकड़ी सा इश्क,तुमने सुलगाया*
*ना पूरा जल पाया ना पूरा बुझ पाया*❣❣❣
*सब मशरूफ है किसी ना किसी काम में,*
*हम आज भी खाली बैठे है आपके इंतज़ार में*
लम्बी उम्र की दुआ करते है लोग
उन्हें लगता है कि जिंदा हूँ मैं तेरे जाने के बाद !!
गुलाब किसलिए लब को सजाए सुर्ख़ी से...!!
हिरण की आँख में काजल की ज़रूरत ही क्या...!!
तिनके सी मैं और समंदर सा इश्क_*
डूबने का डर और डूबना ही इश्क ..._*༺♥༻
उठाया बोझ सपनों का मीलों तक मैंने,
मगर अधूरी रही कुछ ख्वाहिशें मेरी.....
आसान नहीं सुलझा हुआ होना,
बहुत उलझना पड़ता है, सुलझने के लिए...
पता नहीं कब वो देखेगी मेरी आंखों में
और पूछेगी कि सच में इतना प्यार करते हो मुझसे
कोई समझे तो एक बात कहूँ
इश्क़ तौफ़ीक़ है गुनाह नहीं
मन की मनमानियाँ और बेख़ौफ़ गुस्ताखियाँ...!!
और फिर ये शायरियाँ उफ्फ़ ये मुहब्बत...!!
कोन कहता है अलग-अलग रहते हैं हम ओर तुम ,,,,ऐ दोस्त ❤🌹
हमारी यादों के सफर में ,हम सफर हो तुम 🌹❤
क्यों बांधते हो तुम इश्क को वफा के दायरे में,
• • • •
ये वो हसरत है जो वक्त के साथ बदल ज़ाती है।
❣❣❣तुम्हारा बदलना मुबारक़ हो तुम्हे
हम बदले तो मुहब्बत बदनाम हो जाएगी❣❣❣
कभी रात में तारे गिन के देखना।
जितने तुम गिन पाए उतना तुम हमको याद करते हो।
ओर जितने तारे बच जाए उतना हम तुमको याद करते है।😊😍
नसीब से ज्यादा भरोसा "पगली"तुम पर किया,
..फिर भी...
नसीब इतना नहीं बदला जितना तुम बदल गयी...
"है" तो "था" हो गया....
अब तो बस "होगा" पर उम्मीद है...
तू बिल्कुल चांद की तरह है,
नूर भी, गुरुर भी, और दूर भी....
ज़ख्म देकर न पूछा करो, दर्द की शिद्दत,
दर्द तो दर्द होता है।
थोड़ा क्या।
ज्यादा क्या।
तेरी मजबूरियां होंगी, चलो मान लेते है,
मगर तेरा एक वादा भी था मुझे याद रखने का।
*कुछ रिश्ते मुनाफ़ा नहीं देते..!*
*बस*
*ज़िन्दगी को अमीर बना देते हैं.*
*शर्मा कर मत छुपा चेहरे को पर्दे में*
*हम चेहरे के नहीं तेरे आवाज के दीवाने हे*💞
चाँद का मिजाज़ भी बिलकुल तेरे जैसा है,
जब देखने की तमन्ना हो, नज़र नहीं आता..!
आवाज देने से ही कारवां रूका नहीं करते,
देखा ये भी जाता है कि पुकारा किसने है ..
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