shayari dil se - Shayari

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Monday, September 30, 2019

shayari dil se

for the lover by-aashiq





मैंने तड़फ कर कहा बहुत याद आते हो __________ तुम,
वो मुस्करा कर बोली तुम्हें और आता ही क्या है ❤️


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 😍 मेने तो 😏 यु ही पूछा था कि ❔ क्यु आयी हो इस  धरती पर...
वो 💃 पगली मुस्कुरा के 😘 प्यार से बोली 😍👈 आपके 💏 लिए...👈





 👩‍❤️‍👩👩‍❤️‍👩👩‍❤️‍👩👩‍❤️‍👩👩‍❤️‍👩👩‍❤️‍👩👩‍❤️‍👩
सुकून कुछ तो मिला दिल का माजरा लिख के ...
💔
लिफाफा  फाड़  दिया फिर  तेरा पता लिख के...!!





 मेरे बिना क्या , अपनी  ज़िंदगी गुज़ार लोगे तुम ,,

 इश्क़ हूँ, कोई बुखार नहीं, जो दवा से उतार लोगे तुम..!






पैरों का क्या है ....चल ही देंगे ...

दिल से पूछो साथ चलेगा क्या ??...




तारीखों में धीरे धीरे दर्ज हो रहा हूँ  "मैं" ....आज हूँ ,,,,,,, लेकिन हर क्षण...अतीत हो रहा हूँ "मैं"......!!







एक बार ही बहकती है नजर,

इश्क सौ बार नही होता

यह दिल का सौदा है मेरी जान ,,

     हर बार नही होता...
🌹👈🏻💋🔥







बिन बात के ही रूठने की आदत है,

किसी अपने का साथ पाने की चाहत है,

आप खुश रहें, मेरा क्या है, ❤

मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है |






सपने सजाए जिसके संग के लिए,

वो कहती है पूरे करो किसी और के संग!!





जुनून था किसी के "दिल" मेंं जिंदा रहने का

 नतीजा ये निकला हम अपने "भीतर" ही मर गए ।






ना चाहत के अंदाज़ अलग, ना दिल के जज़्बात अलग*

थी सारी बात लकीरों की, तेरे हाथ अलग, मेरे हाथ अलग*





आराम से तनहा कट रही थी तो अच्छी थी,

जिंदगी तू कहाँ दिल की बातों में आ गयी ।





खामोशियों से मिल रहे, खामोशियों के जवाब,

अब कैसे कहूँ कि उनसे मेरी बात नहीं होती।






🌺दूसरों की मदद करते हुऐ
          
दि दिल मे खुशी हो तो
   
       वही सेवा है बाकी सब

          दिखावा है
           🌺







मुझे नही पता कि

मैं एक बेहतरीन दोस्त हूँ या नही.

लेकिन,,,,,,,,, 

मुझे पूरा यकीन है कि

जिनके साथ मेरी दोस्ती है...

वे बहुत बेहतरीन हैं।






 झुका ली उन्होंने नज़रे जब    मेरा नाम आया,

बेशक इश्क़  मेरा  नाकाम ही सही पर   कही तो काम आया।






हटा दिए हैं जब से मैंने घर के आईने सारे,

उदासियाँ नज़र आती ही नहीं मुझ को....






हम मेहमान नहीं बल्कि रौनक-ऐ-महफ़िल है,

मुद्दतों याद रखोगे की जिंदगी में कोई आया था ..




छू लेता शायद..मैं भी उचककर चांद को...!!

खुदा ने ख्वाहिशें तो दी..मगर हाथ छोटे रखे....!!




हज़ार जवाबों से,

अच्छी है ख़ामोशी साहेब..

ना जाने कितने सवालों की,आबरू तो रखती है...




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