'''" मै दीवारों को
बातो में लगाए रखूंगा,..
बातो में लगाए रखूंगा,..
तुम चुपके से निकल जाना
तस्वीर से अपनी... """
तस्वीर से अपनी... """
'''' ==>सुना हे तुमने इरादा किया हे खामोश रहने का....
हम भी देखे हमारी मोहब्बत मे असर कितना हे..."""
""" नाम तॆरा मॆरी जुबान पर खुद ही आ जाता हैं
जब कॊई मुझसॆ पूछता हैं आखरी ख्वाइश मॆरी...।🌹 """"
हैं दर्द सीने में मगर होंठों पे
जज़्बात नहीं आते..
💞💞💞🌹💞💞💞
आखिर क्यों वापिस वो बीते हुए
लम्हात नहीं आते !
न जाहिर हुई तुमसे और न ही बयान हुई हमसे
बस सुलझी हुई आँखो में उलझी रही मोहब्बत .........❣🌹
इस कब्र में भी सुकूं की नींद नसीब नहीं हुई
रोज़ फ़रिश्ते आकर कहते है, आज कोई नयी शायरी सुनाओ ..!!
कोशिश बहुत की कि राज-ऐ-मोहब्बत बयाँ ना हो,
मुमकिन कहाँ था कि आग लगे और धुंआ ना हो.
अगर आप संघर्षों से त्रस्त है
तो सुन लीजिए
जिन्दगी खेलती उसी से है
जो अच्छा खिलाड़ी होता है!!
तड़प रहे है हम तेरे एक अल्फाज सुनने के लिए...!
तोड़ दे अपनी ख़ामोशी हमें जिन्दा रखने के लिए ...!!
कोहरा छ्टा तो देख के हैरान रह गया ,
बस खुद था ,तेरी याद थी, और इन्तेज़ार था ।।
प्यार तो सिर्फ प्यार है-------
💞💞 क्या पूरा----क्या आधा-------
दोनों की ही चाहत बेमिसाल-------
क्या मीरा----क्या राधा !!💞💞
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